STORYMIRROR

Seema Kulthe

Abstract

3  

Seema Kulthe

Abstract

गुजारिश

गुजारिश

1 min
184

नाराज़गी हमसे है 


   तो हमसे मुकाबिल कीजिये जनाब


ज़माने से गुफ़्तगू करके 


  आप क्या हासिल कर पाओगे 


आग में घी डालना 


   जिस जमाने की फितरत है 


उनकी लगाई हुई इक और चिंगारी से 


   फिर बच ना पाओगे 


तो बस एक ही गुजारिश है सबसे


नाराज़गी हमसे है 

   तो हमसे मुकाबिल कीजिये जनाब


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract