कि तभी मिला वो मुस्कुराता सा चेहरा अपने नयनों की चंचलता से जो कुरेद रहा है मेरी दबी ख्वाहिशें। कि तभी मिला वो मुस्कुराता सा चेहरा अपने नयनों की चंचलता से जो कुरेद रहा है मेर...
मैं अपनी बीती क्या सुनाऊँ, दर्द ने दस्तक़ दी है,ग़मों से गुफ़्तगू होती है। मैं अपनी बीती क्या सुनाऊँ, दर्द ने दस्तक़ दी है,ग़मों से गुफ़्तगू होती है।
अक्सर किताबों से अधिक तो चेहरे पर लिखा होता है'। अक्सर किताबों से अधिक तो चेहरे पर लिखा होता है'।
यह आईना भी हमसे कुछ नहीं कहता आपके बारे में, यह आईना भी हमसे कुछ नहीं कहता आपके बारे में,
तेरी यादों के संग अब तसव्वुर में तुझसे गुफ़्तगू होने लगी है! तेरी यादों के संग अब तसव्वुर में तुझसे गुफ़्तगू होने लगी है!
खामोशी किसी भी मुद्दे का हल नहीं है क्यूँ की गुफ्तगू दिल के हर राज खोल देती है.. खामोशी किसी भी मुद्दे का हल नहीं है क्यूँ की गुफ्तगू दिल के हर राज खोल देती है...