गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस की शुभ बेला, आई लेकर ख़ुशियाँ।
अर्पित श्रद्धा सुमन शहीदों को, जिसने दी कुर्बानियाँ।
अनगिनत संघर्षों से हमने, ये आजादी पाई है।
सोचकर वो अत्याचार, आँखें मेरी भर आई है।
आज हमारा पहला कर्तव्य, रखे इस आजादी का मान।
नहीं हटेंगे अपने कर्तव्य से पीछे, चाहे आये कोई तूफान।
व्यर्थ न जाने दे बलिदान, बहाएँ देशप्रेम की धारा।
तभी खुशहाल होगा,घर समाज और देश हमारा।
विश्वास की नींव हो गहरी,कटुता को मन से काटें।
बढ़ाएँ हाथ सदा मदद को,फूल खुशियों के बाँटें।
हमारी संस्कृति यही सिखाती, विश्व है एक परिवार।
मन में मत पालो भेदभाव, प्रेम ही जग का आधार।
महकेगी ये धरा तभी,जब आपस में होगा भाईचारा।
शत्रुता केवल रक्त बहाती, जग में फैलाता अंधियारा।
