गज़ल
गज़ल
प्यार देखे ज़रा जिंदगी के लिए
झुक गया आसमान ज़मी के लिए..
संभलो लोग ख़ुद ही विश्वास रख
ये नहीं वक़्त नैन-नमी के लिए..
क्यों गिला ग़ैर से करते आप हैं
आप ही हैं प्रभार कमी के लिए..
कोशिशें हैं अधूरी सी आज भी
वजह क्या है गंभीर गमी के लिए
वक़्त खेले तिरे संग है आईना
आख़िरी लहर श्वास-थमी के लिए