गीत
गीत
होंठों पर आने दो तुम
मेरा गीत अमर हो जाए
मीत मेरे हो जाओ गर तुम
मेरी प्रीत अमर हो जाए।
प्रेम में ना उम्र की सीमा
ना होता जन्म का कोई बंधन
प्यार में तो देखे केवल मन
नई रीत चला दो गर तुम
ये रीत अमर हो जाए
होंठों पर आने दो तुम
मेरा गीत अमर हो जाए ।
मेरे मन की तन्हाई को
पायल की झनकार से भर दो
सांसों में संगीत बसा लो गर तुम
मेरा संगीत अमर हो जाए
होंठों पर आने दो तुम
मेरा गीत अमर हो जाए ।
ये संसार तो बैरी है मेरा
छीन लिया सबसे प्यारा
हार गया हूँ मैं सबसे
हार जाओ दिल अपना गर तुम
मेरी जीत अमर हो जाए
होंठों पर आने दो तुम
मेरा गीत अमर हो जाए
मीत मेरे हो जाओ गर तुम
मेरी प्रीत अमर हो जाए ।