आलोक कौशिक
Romance
लो कहता हूं जो कहा नहीं
धड़कनों में मेरी हो तुम्हीं
चलो बसाएं एक दुनिया
इस दुनिया से दूर कहीं
कर सके न जुदा कोई
हमें अब रहना वहीं
तुमसे है वजूद मेरा
तुम नहीं तो मैं नहीं ।
सावन
वतन के लिए
ग़ज़ल
नन्हे राजकुमा...
बनारस की गली ...
जय श्री राम
साहित्य के सं...
प्रकृति
बहन
कवि सम्मेलन
कभी खुद से खुद को चुराना अच्छा लगता है मुझे कभी खुद से खुद को चुराना अच्छा लगता है मुझे
तुझको बांहों में ले के, समुद्र तट घूमना रात दिन हर पल तुझे ही, नजदीक सदा रखना तुझको बांहों में ले के, समुद्र तट घूमना रात दिन हर पल तुझे ही, नजदीक सदा र...
कभी आवास की रात में बस ध्रुव तारे की रोशनी जैसी कभी आवास की रात में बस ध्रुव तारे की रोशनी जैसी
हम दोनों हैं दूल्हा दुल्हन हम दोनों हैं पति पत्नी हम दोनों हैं जीवन साथी। हम दोनों हैं दूल्हा दुल्हन हम दोनों हैं पति पत्नी हम दोनों हैं जीवन साथी।
यह अर्थ ही तो है जो अक्सर खींच देता है हमारे प्रेम में दूरियां यह अर्थ ही तो है जो अक्सर खींच देता है हमारे प्रेम में दूरियां
तुम जो भी हो जैसी भी हो मेरी हो तुम्हारे बिना न कभी सांसें चलती हैं तुम जो भी हो जैसी भी हो मेरी हो तुम्हारे बिना न कभी सांसें चलती हैं
मजाल हैं क्या कोई उंगली तक करे क्यों छुप रहे हो ज़माने से डर के आप मजाल हैं क्या कोई उंगली तक करे क्यों छुप रहे हो ज़माने से डर के आप
इश्क़ के आसमाँ में उँचा -उँचा उड़ने को दिल करता है। इश्क़ के आसमाँ में उँचा -उँचा उड़ने को दिल करता है।
थोड़ा सोचूं फिर एक बात लिखूँ जज्बात लिखूँ या हालात लिखूँ। थोड़ा सोचूं फिर एक बात लिखूँ जज्बात लिखूँ या हालात लिखूँ।
आँसू तेरा देख नहीं पाऊँगा मैं, झड़ जाऊँगा बन सूखा पात। आँसू तेरा देख नहीं पाऊँगा मैं, झड़ जाऊँगा बन सूखा पात।
तुमसे बात करते करते हँसना फिर फुट फुट के रोना। तुमसे बात करते करते हँसना फिर फुट फुट के रोना।
उम्र भर साथ चलेंगे हम, लेकर तुम्हें बांहों में सनम उम्र भर साथ चलेंगे हम, लेकर तुम्हें बांहों में सनम
तेरा वो रूमानी एहसान मेरे जीने को जान दिलाता है तेरा वो रूमानी एहसान मेरे जीने को जान दिलाता है
अब कोई मेरी धड़कन सुने तो घबराए रहते हैं कहीं आपके दिल की आवाज़ सुन ना ले कोई अब कोई मेरी धड़कन सुने तो घबराए रहते हैं कहीं आपके दिल की आवाज़ सुन ना ले कोई
लगाना दिल भी जरूरी था तो दूर रहना भी जरूरी है लगाना दिल भी जरूरी था तो दूर रहना भी जरूरी है
विवाह से एक दसरे को साथ देते हैं विवाह एक धार्मिक काम है। विवाह से एक दसरे को साथ देते हैं विवाह एक धार्मिक काम है।
चलो आज वादा करते हैं, यूँ ही करेंगे सदा सम्मान एक दूसरे का। चलो आज वादा करते हैं, यूँ ही करेंगे सदा सम्मान एक दूसरे का।
ये प्रेम के मोती हैं इसे अंतिम साँस तक संजोये रखना । ये प्रेम के मोती हैं इसे अंतिम साँस तक संजोये रखना ।
परदेसी कब आना अपने घर, बनो वधू और हम तुम्हारे वर। परदेसी कब आना अपने घर, बनो वधू और हम तुम्हारे वर।
दूर कब तक रहूँगा बता दो, ज़िंदगी का कोई भरोसा नहीं। दूर कब तक रहूँगा बता दो, ज़िंदगी का कोई भरोसा नहीं।