ग़ज़ल – सचिन हीरो करोड़ों का
ग़ज़ल – सचिन हीरो करोड़ों का
सचिन हीरो करोड़ों का गज़ब बल्ला चलाता था।
बड़े बूढ़े या हों बच्चे सभी का मन लुभाता था।
हमेशा आस रहती थी सचिन जब क्रीज़ पर होता,
न जाने मैच कितने वो अकेले ही जिताता था।
बहुत डरते थे सब बॉलर सचिन जब क्रीज़ पर आता,
निकल आगे घुमा बल्ला बड़े छक्के छुड़ाता था।
अकेला बस सचिन जिसने शतक का भी शतक मारा।
लगा चौके चुरा सिंगल फटाफट रन बनाता था।
नहीं था शॉट इक ऐसा सचिन जो खेल ना पाए,
कवर ड्राइव अपर कट स्वीप पुल हुक सब लगाता था।
लगाता ज़ोर पूरा वो हमेशा टीम की ख़ातिर,
ज़रूरत जब पड़ी तो गेंदबाज़ी भी दिखाता था।
महिंदर सिंह धोनी कोहली रोहित नए प्लेयर,
सभी को प्रेरणा दे कर अधिक आगे बढ़ाता था।
