फ़रियाद
फ़रियाद
पर्दों की महफ़िल में मिलनेवाले
कभी रुख से पर्दा हटाया करो
शुक्राना करेंगे खुदा से नूर का
कभी हमें भी दीदार कराया करो
हमारी उलझी जिंदगी को कभी
अपनी मुस्क।न से सुलझाया करो
तुम्हारे हुस्न पे फ़िदा इसआशिक़ को
अपनी अदाओ के जलवे दिखाया करो

