STORYMIRROR

Harshita Dawar

Abstract Action Inspirational

4  

Harshita Dawar

Abstract Action Inspirational

एकता के रंग

एकता के रंग

1 min
197

क्यूं ना इस नफ़रत को प्रीत के रंग से भरा जाएं

हर मज़हब को सिर्फ़ इंसान का रूप दिखाकर मुंह मीठा कराया जाएं


हम इंसानियत की इज़्ज़त कर साथ है बस ये कहकर बताया जाएं

रंग बदलने वालो को अब समझाया जाएं


हम इंसान है कोई रंग नहीं जो चढ़ते उतरते रहे

दोगले लोगों से ज़रा दूरी तय कर अपने से मिला आया जाएं


हर्षिता अपने रूह के रंग श्वेत से दिखावे की प्रीत नहीं 

एकता के प्रतीक से इन्हीं रंगों में मिल कर

उन्हीं के रंग कर मिसाल कायम की जाएं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract