एक व्रत तेरे खातिर
एक व्रत तेरे खातिर
एक व्रत रखा है तेरे खातिर
तू मेरा हो मैं तेरी हो जाऊं
डर लगता है सिर्फ यही कि
कहीं तुझसे दूर ना हो जाऊं
मुझे इस व्रत में तेरे लिए
भूख और प्यास की तपस्या है
सच कहूं तो तेरे सिवा मेरे लिए
ये जग और रिश्ते भी मिथ्या है
तू ना हो तो मैं भी नहीं
जग को मैं छोड़ कर आ जाऊं
और तुम मिले तो सब कुछ है
और सब छोड़ कर तेरे पास आऊँ
सदा सुहागन का वरदान मिले
मुझे सातों जन्म तक तेरा साथ मिले
जब भी हमसफर की जरूरत हो
मुझे हाथों में तेरा हाथ मिले
सातों जन्म साथ निभाओ तुम
प्यार ऐसा ही हर जन्म हो जाए
फर्क नहीं पड़ता फिर क्या
बस यही सातवाँ जनम हो जाए