एक सारथी सा साथी एलियन
एक सारथी सा साथी एलियन
इस दुनिया के पार भी
कोई एक सुंदर दुनिया तो
अवश्य है
जैसे इस पृथ्वी पर जीवन
वैसे ही उस लोक में भी है
अंतरिक्ष के रहस्यों को
कोई क्यों नहीं जानना चाहेगा
तभी तो इसकी खोज में तत्पर
रहता वैज्ञानिकों और
बुद्धिजीवियों का एक वर्ग
जमीन से दिखता
आकाश दिन में
सूरज की तपिश से
एक चांदी के गोले सा
चमकता तो
रात को
भर जाता
चांद सितारों से
इस ब्रह्मांड का
नहीं कोई आर पार
इसका फैलाव है विस्तृत
नहीं इसकी कोई सीमा
यह असीमित है
विचित्रताओं से परिपूर्ण
लेकिन
इसके अस्तित्व को समझने की
कोशिश तो जारी रखनी ही
चाहिए
इस धरती पर खत्म होती जा
रही
मानवता, संवेदनशीलता,
सहनशीलता और न
जाने ऐसा बहुत कुछ
पर्यावरण संतुलन भी बिगड़ रहा
गर्मी बढ़ रही
प्रदूषण बढ़ रहा
ताजी हवा मिल नहीं रही
अब तो कई बार यह लगता कि
अपना घर छोड़कर
यह देश छोड़कर
यह दुनिया छोड़कर
भाग जायें
किसी दूसरी अनोखी
सुख प्रदान करती किसी
दुनिया में
जहां मिले हम पृथ्वी वासियों
को एक बेहतर जीवन
एक नई जीवनशैली
एक सारथी सा साथी
जिसे हम कहते हैं
एलियन।