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Surendra kumar singh

Romance

3  

Surendra kumar singh

Romance

एक कोशिश है मेरी

एक कोशिश है मेरी

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एक कोशिश है मेरी पास तेरे आने की

तुमसे मिलने की तेरे पास ही रह जाने की

एक कोशिश है मेरी


फूल सा हँसके फिजाओं में विखरते रहना

रात अंधेरी में सूरज सा चमकते रहना

आँख को छूते हुये दिल में उतरते रहना

दिल में रहते हुये बच्चों सा मचकते रहना।

एक कोशिश है मेरी।


हँस के मिलने की अदा हाय भूले ही नहीं

संग हंसने का हुनर हाय भूले ही नहीं

साथ रहने का सबक हाय भूले ही नहीं

दिल में रहने का असर हाय भूले ही नहीं ।

एक कोशिश है मेरी


तेरे खामोश इशारों की खबर है हमको

तेरी मुश्किल तेरी उलझन की खबर है हमको

तेरी फिसलन तेरी भटकन की खबर है हमको

तुझसे मिलकर भी न मिलने की खबर है हमको

एक कोशिश है मेरी पास तेरे आने की

तुमसे मिलने की तेरे पास ही रह जाने की।


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