Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

S Ram Verma

Abstract

4  

S Ram Verma

Abstract

एक देह है एक रूह है !

एक देह है एक रूह है !

1 min
305


एक देह है और एक रूह है

कोई तो बताओ इन दोनों में 

कौन बड़ा है और कौन छोटा है !


एक देह है और एक रूह है

दोनों जब तक एक साथ है

तो पूरे है जुदा है तो अधुरे हैं !


एक देह है और एक रूह है

किसी के लिए रूह रूहानी है

किसी के लिए देह सुहानी है !


एक देह है और एक रूह है

देह अपना विस्तार चाहती है

रूह बस सिमटना चाहती है !

 

एक देह है और एक रूह है

एक के ना होने से दूजी लाश है 

तो एक दर दर भटकती आत्मा है ! 


एक देह है और एक रूह है

एक विशुद्ध प्रेम की निशानी है

तो दूजी ईश के होने की गवाही है !


एक देह है और एक रूह है

दोनों एक दूजे के लिए बनी है 

दोनों अद्वैत की परिभाषा है !


एक देह है और एक रूह है

दोनों मिलकर ईश की कृति है 

दोनों बिछुड़ कर विधाता की लेखनी है !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract