एक अनोखी नारी की खोज में
एक अनोखी नारी की खोज में
आइये एक अनोखी नारी की खोज में चलते हैं,
सब कहते है, आखिर नाम में क्या रक्खा है।
गोवा घूमने के लिए जाते है बहुत पर्यटक,
नदी, झरना, पहाड़ व समुद्र से सजा है गोवा या गोमंतक।
गोवा में पुराने समय के लोग इस अनोखे फल को याद करते हैं,
यह एक छोटे अम्बाड़ा फल जैसा दिखता है।
यह कुएलिम गांव के मेले में बेचा जाता था।
बड़े चाव से सब लोग इस फल को खाता था।
स्थानीय लोग इन फलों को पहाड़ियों के जंगल में से लाते थे,
कुएलिम गांव में 'तीन राजाओं की दावत' के दौरान मेले में बेचते थे।
स्थानीय रूप से, इसे 'मटोमा' के नाम से जाना जाता था।
कॉर्टालिम के पास जुआरी नदी के दक्षिण में पहाड़ियों पर बड़ी संख्या में उगता था।
इसका वानस्पतिक नाम हिंदी जानने वाले किसी भी व्यक्ति को दिलचस्प लगता है।
इस वनस्पति 'जीनस' (genus) का नाम (Parinari) 'परिनारी' है
एक और विशेष फल है, भूमध्यरेखीय अफ्रीका का 'मोबोला प्लम' ,
परिनारी क्यूरेटेलिफ़ोलिया है जिसका वानस्पतिक नाम।
