एहसास
एहसास
एहसास जरूरी है
जज़्बात जरूरी है
जीवन के सफर में सुनो
तेरा साथ जरूरी है।
हर दिन जो जाता है
उलझन ही बढ़ाता है।
52 वर्ष का हमारा साथ है
अब छूटना मजबूरी है।
हर दिन जो जाता है
जीवन कम हो जाता है।
सांसो की है कीमत
हम दोनों को समझाता है।
हर वक्त डरे हैं रहते
एक दूजे से कुछ ना कहते
एक दूजे की आंखों में
अपना हाल हम पढ़ लेते।
एहसास अभी भी है
वह प्यार अभी भी है।
बिताया है साथ कितना जीवन।
लेकिन जीने की आस अभी भी है।
कुछ काम अधूरे हैं
कुछ सपने अधूरे हैं
आज दोनो अकेले हैं
जबकि आज सबका साथ जरूरी है।
वह दिन भी क्या दिन थे
जब पूरा घर ही भरा रहता।
बच्चों के बहुत से दोस्त
रिश्तेदार और माता-पिता।
हम आज अकेले है
तब एकांत ढूंढते थे।
आज साथ जरूरी है
एहसास जरूरी है।
दोनों का साथ बनाए रखना
परमात्मा अब मजबूरी है।