राधा कृष्ण की प्रेम कथा
राधा कृष्ण की प्रेम कथा
एक बार राधा जी ने कृष्ण से पूछा:।
राधा:गुस्सा क्या है?
कृष्ण:किसी की गलती का सजा खुद को देना।
राधा:हंस कर बोली,प्यार सोना है और दोस्ती हीरा,......
सोना टूंट कर दुबारा बन सकता है......मगर हीरा नहीं.....।
राधा:मै कहां कहां हूं ?
कृष्ण:मेरी किस्मत में ....।
राधा:प्यार का असली मतलब क्या होता है ?
कृष्ण:जहां मतलब होता है.......वहां प्यार होता है
राधा:आपने मुझे प्रेम किया......लेकिन सादी रुक्मणि से की.....ऐसा क्यों ?
कृष्ण:राधे!सादी में दो लोग चाहिए.......और हम तो एक हैं....।