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Hardik Mahajan Hardik

Romance

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Hardik Mahajan Hardik

Romance

राधा कृष्ण

राधा कृष्ण

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प्रेम की लगन तुमसे हैं मेरी कान्हा।

तुमसे ही तो हैं जीवन मेरा राधिका।


तुम ही मेरे मोहन गिरधारी कान्हा।

बसे हैं मेरे रोम-रोम में तुम राधिका।


कण-कण में मेरे तुम ही हो कान्हा।

प्रेम की डोर में बंधा बन्धन राधिका।             


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