दया धर्म का मूल है
दया धर्म का मूल है
दया धर्म का मूल है
जानत सकल संसार
फिर भी दया को भूलकर
निर्दयी बने कई इंसान।
अद्भुत कृति भगवान की
मानव रूप विशेष
क्यों भूले फिर दया हम
यही प्रभु का संदेश।
हर प्राणी पर दया करो
ना किसी का दिल दुखाओ
जीवन सफल हो जाएगा
दया करो और प्रेम पाओ।
हर धर्म यही सिखाता है
एक दूजे से प्यार करो
वैर भाव सब त्याग कर
मन में दया और प्रेम भरो।
