दूसरी दुनिया
दूसरी दुनिया
ये दुनिया भी अजीब है
इस के बारे मे सोचता हूं
तो लगता है बहुत कुछ
छूट गया-----छूट गया।
क्या होगा दुसरी दुनिया में
सोचता हूं,फिर भी डरता हूं
स्वर्ग मिलेगा या मुझे नरक
ये सोचता हूं,कांप उठता हूं
यहाँ पराये तो पराये थे
पर अपनों ने भी लूट लिया
लाख कोशिश करने के बाद
ये कौन सी दुनिया में आके गिर गया
मै खुश हूं मेरे आज पर्
भूलना चाहूंगा मेरा कल
नही मालुम मुझे आज
क्या लेकर आयेगा कल
समय किसी के लिये
नही रुकता--ना रुकेगा
बुरे वक्त कभी रोना नही
अच्छा वक्त हसना नहीं
क्योंकी,
समय जरुर बदलता है
समय जरुर बदलता है ।