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Anjali Singh

Romance

4.0  

Anjali Singh

Romance

दुआ

दुआ

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मांगू रब से यही दुआ मैं

मुझ में रहे तू तुझ में रहूँ मैं 

और दूजा कोई ठिकाना ना हो 


तेरे दिल की गली चले मेरे कदम 

और तू रास्ते में मेरे आता जाता रहे 

तुझ में मैं रहूँ मुझ में तू रहे 

मांगू रब से यही दुआ मैं


हीर रांझे की ना अपनी नयी कहानी हो 

मिल के बिछड़े ना बिछड़ कर मिलने की 

अपनी सुनहरी कहानी हो 


मांगू रब से यही दुआ मैं

मुझ में तू तुझ में मैं रहूँ सदा 


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