दर्द तेरा दर्द मेरा
दर्द तेरा दर्द मेरा
सोचते वो रहे कि रिश्ते टूट जाते हैं
निभाने वाले तो मर के भी साथ निभा जाते हैं।
उसको था मौत का डर,
सोचती थी सच बता देती तो हम मर जाते
उसने समझा कहाँ रिश्ता हम वो हैं जो
तलाक के बाद भी साथ रह जाते हैं
मर्यादा और मान की भूखी है दुनिया
हम तो रिश्तों के लिए दुनिया को भी ताक पर बैठा जाते हैं
समझ सको तो अब भी समझ जाना
हम वो नहीं जो बारिशों में आते
और पतझड़ में उड़ जाते हैं
हम वो हैं जो बिना कसूर के सजा पा जाते हैं
बस यही है कारण हम हर हाल साथ निभा जाते हैं ।।
समझ समझ का फेर है ।

