STORYMIRROR

Praveen Kumar Saini "Shiv"

Drama Romance

3  

Praveen Kumar Saini "Shiv"

Drama Romance

दर्द तेरा दर्द मेरा

दर्द तेरा दर्द मेरा

1 min
197

सोचते वो रहे कि रिश्ते टूट जाते हैं

निभाने वाले तो मर के भी साथ निभा जाते हैं।

उसको था मौत का डर,

सोचती थी सच बता देती तो हम मर जाते

उसने समझा कहाँ रिश्ता हम वो हैं जो

तलाक के बाद भी साथ रह जाते हैं

मर्यादा और मान की भूखी है दुनिया

हम तो रिश्तों के लिए दुनिया को भी ताक पर बैठा जाते हैं

समझ सको तो अब भी समझ जाना

हम वो नहीं जो बारिशों में आते

और पतझड़ में उड़ जाते हैं

हम वो हैं जो बिना कसूर के सजा पा जाते हैं

बस यही है कारण हम हर हाल साथ निभा जाते हैं ।।

समझ समझ का फेर है ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama