दोस्ती
दोस्ती
दोस्ती एक ऐसा खास तोहफा है,
जिसे संभलने में सिर्फ वफादारी की
जरूरत है।
जब भी देखा तो लगा,
श्री कृष्ण और सुदामा की मूरत है।
चाहे गम दो या खुशी,
दोस्त हाजिर है जब भी तुम्हें जरूरत है।
क्या कहूँ इस रिश्ते को यारों,
जो हर रिश्ते से खूबसूरत है।