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Jeetal Shah

Tragedy Inspirational

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Jeetal Shah

Tragedy Inspirational

दोस्ती है निराली

दोस्ती है निराली

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दोस्ती है निराली।


पुरानी यादें पुराने दिन,

कैसे मीठे थे वो सुनहरे दिन,

बारिश में भीगना,

वो गुड़िया से खेलना,

स्कूल जाकर शिक्षक ,

की टांग खिंचना,

वो दोस्तों यारों के,

साथ वक्त बिताना,

कभी न लौटेंगे ये पल

आओ जी ले ये पल।

कभी सोचा न था की,

हम मिलेंगे फिर इस,

कदर,

कभी तन्हा हमसफ़र,

आज मिले हैं,

तो चलो फिर,

लौट जाए अपने,

बचपन में,

कुछ साथ बिताए,

हुए पल ,

यादें ताज़ा करके,

फिर से जीए वो पल



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