दिल से दिल का रिश्ता
दिल से दिल का रिश्ता
तिनका-तिनका चुन चुनकर वह
दिलवर का दिल शहद बनाया
जिससे महका उपवन सारा
मन-मन्दिर में ख़्वाब सजाया।
जाने कैसे रूठ गया रब
दिल से दिल का रिश्ता टूट गया
फिर तो आग चमन में फैली
आहत जोड़ा अब बिछड़ गया।
घर आँगन तब सूना-सूना
प्यारा बिस्तर भी बिखर गया
जिससे रोया तिनका-तिनका
सन्नाटा चहुँ ओर पसर गया।
जाने कैसे जिंदा होगा
ख्वाब सलोना अब टूट गया
जिससे यह जग बेगाना हुआ
सपना भी उसका बिखर गया।