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MS Mughal

Romance

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MS Mughal

Romance

दिल मेरा

दिल मेरा

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तुई दिल मेरा तुई दिलदार है साक़ी

चश्म ए पूर खुमार तलवार है साक़ी


तुई ( तूही , तू , आप ) साक़ी ( जानेमन ) 


तर्ज़ ए पर्दा व हुस्न ए जलवा ए जाना

बे पर्दा चश्मे चश्मे फ़ुसूँकार है साक़ी


चश्म ए पूर खुमार ( नशे से भर पूर आंख )

चश्मे फ़ुसूँकार ( निगाह से जादू करने वाला , जादुई निगाह ) 


सीम बर तुल बर बराक़ ए तुल ए हुस्न 

तुई बराक़ ए तुल तुई म'यार है साक़ी


सीम बर ( चांदी का टुकड़ा ) तुल बर ( सोने का टुकड़ा )

बराक़ ए तुल ए हुस्न ( सोने की चमक सा हुस्न )

म'यार ( सोना परखने का पत्थर जिसे कसोटी पत्थर कहते है ) 


रदिफ व काफिए मे बे बहर है ग़ज़ल 

तुई सुखनवरी तुई अशआर है साक़ी।


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