जब ख़ुदा का मुझे आसरा मिल गया लोग कहने लगे जाने क्या मिल गया जब ख़ुदा का मुझे आसरा मिल गया लोग कहने लगे जाने क्या मिल गया
तू ही तू मेरी नज्मों में हरसू समाया होगा। तू ही तू मेरी नज्मों में हरसू समाया होगा।
रदिफ व काफिए मे बे बहर है ग़ज़ल तुई सुखनवरी तुई अशआर है साक़ी। रदिफ व काफिए मे बे बहर है ग़ज़ल तुई सुखनवरी तुई अशआर है साक़ी।
काफिया रदीफ सुर की समझ नहीं दिल ही दिल का हाल बताने लग गई है। काफिया रदीफ सुर की समझ नहीं दिल ही दिल का हाल बताने लग गई है।
प्यार बिछड़न तरपन ये सब तो कब का हुआ तो ऐसा क्यों लगता है जैसे ये सब आज हुआ ? प्यार बिछड़न तरपन ये सब तो कब का हुआ तो ऐसा क्यों लगता है जैसे ये सब आज हुआ ...
बड़ा रदीफ काफिये की बात करता था, वो शख़्स तो मेरे साथ बहर तक न चल पाया .... बड़ा रदीफ काफिये की बात करता था, वो शख़्स तो मेरे साथ बहर तक न चल पाया ....