दीया जलाना है कंचन प्रभा
दीया जलाना है कंचन प्रभा
दीये की तिमिर लौ में
कोरोना कीड़े को जलाना है
साथ मिल जुल कर हम सब को
विनाशकारी बीमारी को हराना है
खोल के खिड़की और दरवाजे
बालकनी में दीपक जलाना है
आशा के इस प्रकाश से
दुराचारी को देश से भगाना है
कालांतर के इस दिवस रात को
कलंकित घटा से बचाना है
सड़क चौराहे और हर गलियों को
पुन: खिलखिलाहट से सजाना है
मोदी जी के आह्वान का
हम सबको वचन निभाना है
दीये की तिमिर लौ में
कोरोना कीड़े को जल जाना है
