देश के वीर सिपाही
देश के वीर सिपाही
इस देश का जो भी सिपाही है
वो देश के हर बहना का भाई है
दुश्मन की गोली जो सीने पर खाता है
लड़ते-लड़ते वह शहीद हो जाता है
फिर भी दुश्मन को
सीमा के अंदर आने की मनाही है
वो देश के हर बहना का भाई है
जब बहना राखी पर अपना प्यार लुटाती है
तब सीमा पर हर वीरों की आँखें भर जाती है
सैनिकों ने अपने मातृभूमि की
हमेशा सुरक्षा चाही है
वो देश के हर बहना का भाई है
माँ पिता के इज्जत का वो सरताज है
बहना के हर खुशियों का प्यारा ये राज है
नील गगन से उतरा हुआ
एक चमकता राही है
वो देश के हर बहना का भाई है