देखो
देखो
तमाशा देखने का शौक है, देखो
शोक में डूबा हुआ हूं, देखो
दूर क्यों खड़े हो, पास से देखो
पसीने के साथ बहता हुआ लहू भी देखो
मेरे दर्द की कथा का आनंद लो
बिन दाम दोस्तों में हंसकर बेचो
अपमान हो रहा है, आओ हंसो
उजड़ते हुए घर को जी भरकर देखो
पूछो मत, क्या हुआ है
जो दिख रहा है, उसे मजे लेकर देखो
तुम जैसे दोस्त होते किस दिन के लिए हैं
हाल पूछकर जले पर नमक मत छिडको
घाव बने नासूर, इन्हें कुरेद कर देखो
तुम्हारी दोस्ती देखी, तुम्हारा प्यार देखा
मैं देख रहा हूँ तुम्हें अजनबी की तरह
इसे भी जरा गौर से देखो
तमाशा हम, तमाशाई तुम
तुम्हारे होते हुए दुश्मन की जरूरत कहाँ है, देखो।