देहरी (चौखट)
देहरी (चौखट)
देहरी द्वार की चौखट होती है
देहरी द्वार के पास की भूमि
कहलाती है।
देहरी लकड़ी की बनी होती है
देहरी पत्थर की भी बनी होती है
देहरी पर बैठना अशुभ माना
जाता है।
देहरी को ड्योढ़ी भी बोला जाता
है।
देहरी को हम बरोठा भी बोलते है
बिना देहरी के घर में प्रवेश अशुभ
माना जाता है।
देहरी किसी घर की मर्यादा होती
है।
देहरी में लोगो की सम्मान भी
छुपी होती है।
देहरी की पूजा करने से लक्ष्मी
निवास करती है।
देहरी पर पैर नही रखा जाता है
देहरी पर पैर नही पटका जाता है
देहरी को साफ व सुंदर रखा
जाता है।
देहरी का अपना अलग ही महत्व
है।
देहरी का अपना एक अलग ही
औचित्य है।
देहरी के अंदर से ही अतिथि
स्वागत करते है।
देहरी के बाहर से ही अतिथि का
विदाई भी करते है।
देहरी ना होना वास्तुदोष का
प्रतीक माना जाता है।
देहरी खंडित भी नही होना
चाहिए
देहरी साफ सुथरी सुसज्जित
होना चाहिए।
देहरी मजबूत भी होना चाहिए
