चुप रहना
चुप रहना
चुप रहना जब आपके शब्दों से किसी का दिल दुखें
मुरझाता रिश्ता और रिश्तों का दामन छूटता दिखें
चुप रहना भी तो एक असाधारण कला है
अपने मन को चीर दें फिर भी हँस के सहना हैं
रिश्ता हार जाने से अच्छा चुप रह के जितना है
अगतिकता के अंतकाल तक सबकुछ़ हमें सहना हैं
मन की व्यथा का बखान न कोई समझेगा
हर कोई अपनी बोली में समझा के चला जायेगा
चुप रहना अपने अस्तित्व के साम्राज्य के लियें
उन्हें यश देगा गवाही जरूर अपने उज्ज्वल भविष्य के लिये
