बहुत सो लिए हम,, अब हमारे जागने की बारी है बहुत लूटा परिंदों ने, अब तड़पने की उनकी बार बहुत सो लिए हम,, अब हमारे जागने की बारी है बहुत लूटा परिंदों ने, अब तड़पने की...
कोई मांग लेगा तुमसे तुम्हारा अंगूठा कोई मांग लेगा तुमसे तुम्हारा अंगूठा
रिश्ता हार जाने से अच्छा चुप रह के जितना है रिश्ता हार जाने से अच्छा चुप रह के जितना है
साध कर जियें अपना जीवन ज़िसके तरह सभी जग को तारने वाले ओ कृष्णा कहीं से आ जाएं ! साध कर जियें अपना जीवन ज़िसके तरह सभी जग को तारने वाले ओ कृष्णा कहीं से आ जाएं...
फैला है हर तरफ महामारी बनकर हवा और पानी है साथी जिसके, फैला है हर तरफ महामारी बनकर हवा और पानी है साथी जिसके,
सृजन के लिये जो मृत्यु को हरा दे, उस भगवान का करिश्मा हूँ। सृजन के लिये जो मृत्यु को हरा दे, उस भगवान का करिश्मा हूँ।