ऊँच-नीच का भेद न करते सबको गले लगा लेते हैं पर, षडयंत्र माफ नहीं करते ऐसी ही नियति बना रखे ... ऊँच-नीच का भेद न करते सबको गले लगा लेते हैं पर, षडयंत्र माफ नहीं करते ऐ...
कभी अपनों के लाश देखो और गौर से देखो फिर अपने किए झूठे वायदों से मुकरिए ज़रा कभी अपनों के लाश देखो और गौर से देखो फिर अपने किए झूठे वायदों से मुकरिए ज़रा
प्रकृति की धड़कन है प्रेम दावाग्नि से जलाया नहीं जा सकता। प्रकृति की धड़कन है प्रेम दावाग्नि से जलाया नहीं जा सकता।
लॉकडाउन यह लॉकडाउन नहीं जीवन रक्षक मंत्र है. लॉकडाउन यह लॉकडाउन नहीं जीवन रक्षक मंत्र है.
साध कर जियें अपना जीवन ज़िसके तरह सभी जग को तारने वाले ओ कृष्णा कहीं से आ जाएं ! साध कर जियें अपना जीवन ज़िसके तरह सभी जग को तारने वाले ओ कृष्णा कहीं से आ जाएं...
मैं तो सीना ठोक के कहता हूं, इंसान के अच्छे कर्म ही उसकी है ताकत मैं तो सीना ठोक के कहता हूं, इंसान के अच्छे कर्म ही उसकी है ताकत