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मधुशिल्पी Shilpi Saxena

Romance

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मधुशिल्पी Shilpi Saxena

Romance

चतुराई

चतुराई

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बड़ी ही चतुराई से तीर नैनों के चलाए

एक-एक करके मेरे दिल पे सितम ढाए

भरी महफ़िल में भी बड़ी चतुराई से

तुने इज़हार-ए-इश्क किया हमसे

उनकी ये चतुराई दिल की कसम से

हमको अपना बना ले गई 


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