STORYMIRROR

मधुशिल्पी Shilpi Saxena

Inspirational

4  

मधुशिल्पी Shilpi Saxena

Inspirational

मेरा भारत

मेरा भारत

1 min
205


कुदरत ने देखो आज गर्व से कुदरती तिरंगा बनाया है

जिसने हमको बड़ी शान से एहसास गर्व का कराया है

धन्य है माटी धन्य गगन है धन्य है अविरल जलधारा

धन्य है हर भारतवासी जिसको माँ भारती ने अंक मे अपने दिया सहारा

मन वचन और कर्म मे अपनी ऐसी हम हुँकार भरें

सुनकर जिसको दुश्मन की रुह भी चीत्कार करें

विश्व गुरु है मेरा भारत हर जन को ये याद रहे

आन बान और शान से प्यारा जगमग हिंदुस्तान रहे

एक स्वर हो एक हो नारा विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

अंतिम श्वांस तक हम सब की बस यही धुन और गान रहे.


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational