नज़रिया नज़रिया
तुम्हारी सारी काबिलियत को भूल, तुम्हें नासमझ नादान घोषित कर दिया जाए, तुम जितना आगे बढ़ोगी, दोगुनी ता... तुम्हारी सारी काबिलियत को भूल, तुम्हें नासमझ नादान घोषित कर दिया जाए, तुम जितना ...
ये कोई और नहीं अपने ही हाँ- हाँ अपने इसलिए की यह पृथ्वी एक परिवार ही है ये कोई और नहीं अपने ही हाँ- हाँ अपने इसलिए की यह पृथ्वी एक परिवार ही है
रात अपनी ख़ुशग़वार बातों से पूरे दिन की थकन मिटाने का तेरी मुस्कुराहटों पे निसार है मेरा दिल, तू म... रात अपनी ख़ुशग़वार बातों से पूरे दिन की थकन मिटाने का तेरी मुस्कुराहटों पे निस...
इस दुनिया में है वह किताब में है और जो इस किताब में नहीं है वह कहीं नहीं है और मुझे तो ऐसा ल... इस दुनिया में है वह किताब में है और जो इस किताब में नहीं है वह कहीं नहीं है...
फॅमिली और बिज़्नेस बनाने में पता ही नहीीं चला बीस साल कब निकल गये, अब सफेद बालों को डाइ करके धो रहा ... फॅमिली और बिज़्नेस बनाने में पता ही नहीीं चला बीस साल कब निकल गये, अब सफेद बालों...