चित्रकारी दर्शाती अनोखी कहानी
चित्रकारी दर्शाती अनोखी कहानी
देखो कैसा दृश्य मिला है हमें देखने को,
जानवरों से भरा हुआ नगर है,
उनके समीप बैठे दो सौदागर है,
जिस प्रकार बांट दी मनुष्य ने जमीन,
अब बांट रहे जंगली जानवरों को,
जानवरों में भी हलचल मची हुई है,
कब कौन किसके हिस्से में जाएगा,
यह सोच सब बैठे एकदम शांत है,
मां अपने बच्चे को लेकर परेशान हैं,
वहीं बच्चे अनजान बात से कर रहे विचरण है,
दोनों के बीच हो रहा लम्बा वार्तालाप है,
देखते है किसके हिस्से में कौन आता है,
है बेजुबान बेशक जानवर पर समझते सब है,
कौन उनके खिलाफ रच रहा षड्यंत्र जानते सब है,
मासूम जानवरो ने आखिर क्या बिगाड़ा है,
जीने दो स्वतंत्र रहने दो आजाद,
ज़मीं पे आशियाना है उनका विचरने दो उनको तुम इंसान।