Nikita Panchal
Romance
हमें अक्श में ना छुपाएं
हमें दिल में ना छुपाएं
जुगनू हैं हम रातों के
हमें बाहों में ना छुपाएं।
सीते
दरमियान
किसके लिए
शिवाय
तुझसे मिली
छुपाएं
आंखो में
नहीं होगी
बेरंग
तेरी जोगन
उनको तो इश्क का अक्षर भी न था पता हमको पढ़ा गए शास्त्र पूरे ,एक निगाह में उनको तो इश्क का अक्षर भी न था पता हमको पढ़ा गए शास्त्र पूरे ,एक निगाह में
कोई जगह ना हैं महफ़ूज मन से भी ज़्यादा "नीतू" ने चाँद छुपाया नहीं बहुत दिन से। कोई जगह ना हैं महफ़ूज मन से भी ज़्यादा "नीतू" ने चाँद छुपाया नहीं बहुत दिन से।
तेरा ध्यान कौन रखेगा सोच कर ही डरती हूँ। तेरा ध्यान कौन रखेगा सोच कर ही डरती हूँ।
सारे गम भूला देते हैं, सारी चिंताएं मिट जाती हैं। सारे गम भूला देते हैं, सारी चिंताएं मिट जाती हैं।
किसी को भनक भी नहीं कि मेरे दिल में तुम हो किसी को भनक भी नहीं कि मेरे दिल में तुम हो
तेरी साँसों के बिन जीना छोड़ देंगे हम।। तेरी साँसों के बिन जीना छोड़ देंगे हम।।
कड़ी दोपहर में है तू छाँव सी गहरे समन्दर में तू नाव सी। कड़ी दोपहर में है तू छाँव सी गहरे समन्दर में तू नाव सी।
गिरते है लड़खड़ा के संभल पाते क्यूँ नहीं महबूब ने हक़ में मेरे अदा कुछ नहीं किया। गिरते है लड़खड़ा के संभल पाते क्यूँ नहीं महबूब ने हक़ में मेरे अदा कुछ नहीं किया...
मैं ... ता उम्र , तुम्हें प्रेम चौखोट पर , इंतजार करते हुए मिलूँगी .... मैं ... ता उम्र , तुम्हें प्रेम चौखोट पर , इंतजार करते हुए मिलूँगी ....
आ जाओ ना....... तुम्हारा इंतज़ार ..... मेरी रुह से ............उम्र भर तक .....!! आ जाओ ना....... तुम्हारा इंतज़ार ..... मेरी रुह से ............उम्र भर तक ....
माना वो लम्हे अब बदल गए पर प्यार कम नहीं हुआ है, माना वो लम्हे अब बदल गए पर प्यार कम नहीं हुआ है,
खट्टा-मीठा आम रस सा, मीठा मीठा प्यार, जाने कब कैसे हो गया, हमको सनम प्यार। खट्टा-मीठा आम रस सा, मीठा मीठा प्यार, जाने कब कैसे हो गया, हमको सनम प्यार।
फिर एक मुलाक़ात करनी है आज तुमसे एक बात करनी है। फिर एक मुलाक़ात करनी है आज तुमसे एक बात करनी है।
मेरे महबूब तुझे पाने की रात आयी है। मांगी हुई दुआओं की पूरा होने की रात आयी है। मेरे महबूब तुझे पाने की रात आयी है। मांगी हुई दुआओं की पूरा होने की रात आयी ह...
वो तुमसे किया जो प्रेम था, किसी और से फिर किया ही नहीं । वो तुमसे किया जो प्रेम था, किसी और से फिर किया ही नहीं ।
कड़ – कड़ कड़के जब बिजुरिया। देहिया सिहर जाले मोर सेजरिया। कड़ – कड़ कड़के जब बिजुरिया। देहिया सिहर जाले मोर सेजरिया।
मैं इंतज़ार में हूँ कि हमारे बीच ये जो वक़्त की दीवार है उसे मैं गिरा दूँ... मैं इंतज़ार में हूँ कि हमारे बीच ये जो वक़्त की दीवार है उसे मैं गिरा दूँ.....
है वादा इस फ़ानी 'मुसाफ़िर' का आपसे अबद-तक याद रखेगी दुनिया फसाने आपके। है वादा इस फ़ानी 'मुसाफ़िर' का आपसे अबद-तक याद रखेगी दुनिया फसाने आपके।
मेरी नज़र में तो सबसे अज़ीम हो तुम। मेरी नज़र में तो सबसे अज़ीम हो तुम।
अनंतकाल से ब्रह्माण्ड में विराजमान शब्द के मिटते ही शक्ति भी ...! अनंतकाल से ब्रह्माण्ड में विराजमान शब्द के मिटते ही शक्ति भी ...!