छोटे - छोटे बदलाव
छोटे - छोटे बदलाव
ये जो धर्म की लड़ाई रोज मच रही ,ये जो षडयंत्रों की साजिश रोज सज रही ,
ये जो नए नेता रोज करते हमारा तिरस्कार ,चलो आओ सब करें इसका बहिष्कार।
क्यूँ सहें हम बन कमज़ोर जनता सब ?अपने अधिकारों को भी मिलेगा पूरा हक ,बस सबको मिलकर एकजुट हो जाना है ,नए बदलावों से देश खुशहाल बनाना है।
नित नए रोज होते बलात्कार ,सोचो कैसे रोकें नारी पर होते अत्याचार ,सबको मिल नारी को मजबूत बनाना है ,इस नए बदलाव को गले लगाना है
और अगर जो धर्म की लड़ाई जनता लड़े ,तो ऐसी लड़ाई के साथी कदापि ना बने ,सबको प्रेम पूर्वक समझाना है ,इंसान और इंसानियत का पाठ पढ़ाना है।
अगर अभी से हम छोटे - छोटे बदलाव लायेंगे ,तभी आने वाले कल को स्वर्ग बना पायेंगे ,इसलिये मत करो तिरस्कार नए बदलावों का ,हर बदलाव को समझो साथी मतवालों का।
