चौराहे पर।
चौराहे पर।
एक नेता जी चौराहे पर ज़बरदस्त भाषण ही दे रहे थे,
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे।
नेता जी के स्वयं चार लड़के व सात लड़कियाँ भी थी,
सातों लड़कियों को स्वयं ने पढ़ाया लिखाया नहीं था।
नेता जी की सोच समझ बिल्कुल ही रूढ़िवादी तो थी,
अपनी बहुओं और बेटियों को पर्दें में रखने की चाह थी।
लड़कियों के पढ़ाई लिखाई करने के पुरज़ोर विरोधी थे,
जनता के सामने तो बहुत ही ज़्यादा अच्छा बोल रहे थे।
कहते वोट पाने के लिए कुछ नेता कुछ भी कर सकते तो,
पैसों के बल पर राजनीति करके ख़ूब वोट ये खरीदते तो।
