बूंदो सी चाहत
बूंदो सी चाहत
ए बूंदो मुझे भी
संग अपने ले लो,
की पत्तों की सतह को
मै भी तो चूमू ,
फूलों की पंखुरी में
थम लू कुछ पल को,
धरती की सोंधी सी
खुशबु मै पा लूँ,
हथेली में बरसूं
किसी रूपसी के,
या उसके खुले
गेसूओ में, मै झूलूं
ए बूंदो मुझे भी
संग अपने ले लो ।