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अर्चना तिवारी

Inspirational

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अर्चना तिवारी

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बुद्ध पूर्णिमा

बुद्ध पूर्णिमा

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बुद्ध पूर्णिमा का दिन न्यारा

शुद्धोधन महामाया के घर आया एक सितारा ! 

क्षत्रिय कुल में जन्म था पाया

लेकिन हिंसा कर्म न था उसे सुहाता! 

वह तो लाचार और वृद्ध को देख

मन ही मन दुखित हो जाता ! 

भारत देश ही नहीं अन्य देशों में भी है

पवित्र दिवस यह धूमधाम से मनाया जाता ! 

बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान उसने था पाया 

बुद्धत्व भी वैशाखी पूर्णिमा को ही था पाया ! 

विश्व भर से लोग बोधगया को आते हैं

 बौद्ध धर्म के लोग घरों को खूब सजाते हैं ! 

बोधि वृक्ष भी इस दिन पूजित होता 

जड़ों में दीप जला फूल माला चढ़ाते हैं! 

दीप जलाकर करते प्रार्थना

धर्म ग्रंथों का पाठ भी किया है जाता !

सत्य मार्ग पर चलना बुद्ध ने सिखलाया

शांत मन से ही हल निकलता यह बतलाया! 

घृणा को घृणा से नहीं

प्रेम से ही मारा जाता! 

भविष्य की चिंता न करो 

भूत की न खोज करो! 

वर्तमान को जियो

और खुद को पहचानो!


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