लाडली की विदाई
लाडली की विदाई
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चक्षु में अश्रु
कैसी रीत बनाई
होगी जुदाई।
दुखीं है पिता
दुलारी होगी विदा
कैसी है बेला।
मेरी चिड़िया
चहकती रहना
जहाँ रहना।
दूर बसेरा
हँसता हो चेहरा
माँगू कामना।
कौन दौड़ेगा
घर लौटने पर
पानी लेकर।
याद हैं आते
बचपन के खेले
देखे जो मेले।
मेरी लाडली
सुना आँगन मेरा
तुम्हारे बिना।