बस यूं चलते रहना!
बस यूं चलते रहना!
जमीन तुझे जोड़े रखेगी,
आसमान तुझे सराहेगा,
बस तुझे युही चलते रहना है!
तेज चल या धीरे पर साथ चलना,
जहा अकेला चला वहा रास्ता भटका,
प्यार तुझे सहारा देगा,
साथ तुझे विश्वास देगा,
अकेलापन तुझे गुमराह करेगा!
अपनों के साथ से तस्सली मिलेगी ,
दूर तक की मंज़िलें भी पास दिखेगी,
कही लोग मिलेंगे इस राह पे,
कही अलग सीख मिलेगी,
तो कही नयी सोच दिखेगी!
वक़्त के साथ शायद खुद के विचार भी बदले,
नए लोग से शायद ख्याल भी बदले,
पर अपनी जड़ों से जुड़े रहना,
अपनों से जुड़े रहना,
जो सफलता और निसफलता से परे,
बस प्यार से हर लम्हा भरे!
समय के साथ हर चीज़ पर हजारों बातें उठेगी,
कुछ अच्छी कुछ बुरी, कुछ सही कुछ गलत,
पर तय तुझे करना है,
कीस पे गौर कर किसे सराहना है,
किसे साथ लेके आगे चलना है,
और किसे पीछे छोड़ जाना है!
पर जुड़े रहना जिन्होंने हर कदम साथ दिया,
बिना मांगे भरपूर प्यारा दिया,
इस राह में चलते कभी निराशा घेर लेगी
तो कभी सफलता उछाल देगी,
पर तू थमना, खुदसे बात कर
अपना रास्ता खुद चुनना!
मंजिल पे अकेले पहोच कर भी
वो ख़ुशी शायद ना मिले,
जब उससे बाँटने वाले
कहीं आसपास ना मिले!
बस यूं चलते रहना!