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Sweta Parekh

Inspirational

4.0  

Sweta Parekh

Inspirational

सात सुरो की ये दुनिया

सात सुरो की ये दुनिया

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सात सुरों की ये दुनिया!

सुर और ताल की ये पुड़िया!


सा से साझेदारी,

जो मिल के है निभानी!


रे से राहें ये सारी,

जिस पर चलना है हमराही बन!


ग से गालिफ़ ये,

जिसने खेडना है साहिल ये!


म से ममता,

जिसके बिना ना जीवन ये चलता!


प से है पहचान इसकी,

जिससे उभरता उसका व्यक्तित्व!


ध से है धैर्य,

जिसके बल पे जीना है बन शौर्य !


नी से है निसर्ग,

जिसके सहारे बनाना है जीवन ये निर्मल!


सा से है सरलता सारी,

अगर समझ ली ये हिस्सेदारी!


सात सुरों की ये दुनिया!

सुर और ताल की ये पुड़िया!


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