रेत पर लिख दिया है हमने अपना नाम कब आ कर कोई मिटा दे इसे कोई रेत पर लिख दिया है हमने अपना नाम कब आ कर कोई मिटा दे इसे कोई
देती है ये मौका सबको, अनजान होते हैं जो इससे देती है ये मौका सबको, अनजान होते हैं जो इससे
और खोजी है नयी मंजिलें कारण इतना ही है निरंतर पग बढ़ाते चलो। और खोजी है नयी मंजिलें कारण इतना ही है निरंतर पग बढ़ाते चलो।
ख्वाब बुनते ही रह जाते है। पांव के नीचे से हकीकतें निकल जाती है। ख्वाब बुनते ही रह जाते है। पांव के नीचे से हकीकतें निकल जाती है।
चाह तो नहीं बारिशें हो हमेशा प्यार की चाहत में ये दोस्त हो परवाह सिर्फ यार की चाह तो नहीं बारिशें हो हमेशा प्यार की चाहत में ये दोस्त हो परवाह सिर्फ यार ...
प्यार में जिंदा रहे जीते सनम, राह में चलते रहे बहकते कदम, प्यार में जिंदा रहे जीते सनम, राह में चलते रहे बहकते कदम,