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बरसों की तलाश

बरसों की तलाश

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खामोशियां खामोश हो के भी

बहुत कुछ कह जाती है.

बस एक झलक की आस

तू मिल जा मुझे कहाँ है तू

मेरी बरसों की तलाश

एक दिन जब वो आएगा

और साथ अपने ले जाएगा

जी रहे उन्ही सन्नाटों के साथ ये जिन्दगी

आ थाम ले हाथ ले चल मुझे भी साथ

अब न रूकना इन खामोशियों में

भर दे खुशियां जिन्दगी में

बस तेरा इंतजार

तब पूरी होगी इन आँखो की प्यास


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