बंदगी
बंदगी
मेरा ख्वाब मेरी खुशी बन गया है-
वो जाने नहीं जिंदगी बन गया है..
इरादा है सँग-सँग चलेंगे सदा ही-
मेरे आसमाँ की ज़मीं बन गया है..
अधूरे रहे जिसके बिना हम सखी-
तन्हाइयों की वो कमी बन गया है..
मजबूरियों ने जुदा कर दिया पर-
अब मेरे नैनों की नमी बन गया है..
डूबे हैं उसके इश्क़ में इस कदर कि-
सँग नहीं पर मेरी बंदगी बन गया है.