बलि-दान
बलि-दान
मिथ्या है उन्नति,
ये निरंतर ही पतन है,
विज्ञान की वेदी पर,
'बलि सा दान' अब जीवन है!
मिथ्या है उन्नति,
ये निरंतर ही पतन है,
विज्ञान की वेदी पर,
'बलि सा दान' अब जीवन है!