गम का सागर
गम का सागर
जीवन में आता रहता है ,
गम का सागर कई बार,
उसकी लहरों से खेले बिना ,
जीवन में ना होंगे पास।
गम के बिना खुशियों का ,
पता ना चलता कोई मोल ,
गम के सागर से निकलना,
खुशियों के दामन थामना है,।
गम तो सबको है रुलाता,
समय की कीमत वो है समझाता,
एक एक पल को कैसे झेले,
उसका तरीका है बतलाता।
